eng
competition

Text Practice Mode

बंसोड कम्‍प्‍यूटर टायपिंग इन्‍स्‍टीट्यूट छिन्‍दवाड़ा म0प्र0 प्रवेश प्रारंभ (सीपीसीटी, एवं TALLY ) MOB. NO. 8982805777

created Apr 29th, 03:46 by shilpa ghorke


0


Rating

540 words
14 completed
00:00
सामाजिक विकास के साथ-साथ हमने परिवहन के भी अनेक साधन विकसित किए है जिनमें से सड़क यातायात सबसे प्रमुख साधन है। इस जरूरी साधन को सुचारू और सुरक्षित रूप से चलाने के लिए बहुत सारे नियम बनाए गए हैं। इन नियमों का पालन करना सभी नागरिकों के लिये जरूरी है इसलिये कि ये नियम सभी नागरिकों की भलाई के मकशद से बनाए गए हैं। यातायात के नियमों का पालन करने से यात्रा सुखद और सुरक्षित हो जाती है। यदि हम इनका पालन नहीं करते हैं तो किसी हादसे का शिकार हम खुद भी हो सकते हैं और हमारे कारण कोई दूसरा भी हादसे का शिकार हो सकता है। आज के समय में सड़क हादसों का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है।  प्रतिदिन समाचार पत्रों के पेज ऐसी वारदातों की सूचनाओं से भरे रहते हैं। जो दिल को देहला देती हैं। ऐसे में सुरक्षित यातायात के विषय में जानना एवं उसके नियमों का पालन करना जरूरी हो जाता है। भारत में सुरक्षित यातायात के प्रमुख नियम नीचे दिये गये हैं। बायीं ओर चलें। देश में यातायात का प्रमुख नियम है। बायीं ओर चलना। बायीं ओर चलने से इंसान सुरक्षित अपनी जगह तक पहुंच जाता है। श्रीलंका तथा बाकि और अनेक देशों में भारत की तरह बायीं ओर चलने का नियम है। जबकि कनाडा और अमेरिका और रूस आदि देशों में दायीं  ओर चलने का नियम है। हैलमेट का प्रयोग करें। दो पहिया वाहनों जैसे मोटर साइकिल आदि को चलाते समय तथा उस पर पीछे बैठते समय हैलमेट का प्रयोग जरूर करना चाहिए। हैलमेट के जरिये हादसे के समय सिर की सुरक्षा होती है और यह सिर को गंभीर चोट से बचाता है। ठहराई हुई गतिसीमा का पालन। सड़क पर सुरक्षित यातायात के लिए वाहनों की अधिकतम गति सीमा को नियत किया गया है। अधिकतर हादसे तीव्रगति से वाहन चलाने के कारण ही होते हैं। इसलिए सभी को नियत गति सीमा का पालन करना चाहिए। दुसरे वाहन से आगे निकलना ओवरटेकिंग। आगे चलने वाले वाहन से संकेत मिलने पर ही हमें उस वाहन के दायीं ओर से आगे निकलना मतलब ओवरटेक करना चाहिए। भूलकर या शीघ्रता में गलत दिशा से ओवरटेक करना जानलेवा हो सकता है। यातायात के और भी जरूरी नियम हैं जिनका पालन करना जरूरी है। किसी भी प्रकार के नशे की हालत में वाहन चलाएं। वाहन सदैव अपनी लाइन में ही चलाएं। वाहन मोडते समय जरूरी संकेत दें। रूकते समय जरूरी संकेत जरूर दें। वाहन में जितने इंसान बिठाना तय है। उतने ही बैठाएं तथा अधिक इंसानों को बैठाएं। चौराहों आदि के समीप पैदल यात्रियों का विशेष खयाल रखते हुए अपने वाहन की गति धीमी रखें। हैडलाइट की आधी लाइट काले रंग से रंगी होनी चाहिए। रात में डिपर का प्रयोग करना चाहिए। नंबर पलेट साफ एवं सही मानकों के अनुरूप ही लिखवाएं। सडक पर पैदल चलते हुए या वाहन चलाते हुए मोबाइल पर बात करें और ईयर फोन लगाकर गाने आदि सुनें। यातायात के संकेतों का पालन करें। वाहन के आगे एवं पीछे उचित लाइट जरूर लगे होने  चाहिए और हमें अधिक प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। कम आयु के लिए गियर वाली गाडी प्रतिबंधित है। अत कम आयु के लोग उनका प्रयोग करें। वाहन की नंबर पलेट पर नंबर के अलावा और कुछ नहीं लिखा होना चाहिए।
 

saving score / loading statistics ...